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NDA और CDS परीक्षा को पहले प्रयास सफलता कैसे पाएं

- कर्नल अमरदीप सिंह, सेना मेडल (सेवानिवृत्त)

एक कैरियर के रूप में सशस्त्र बल

कई अन्य आकर्षक विकल्पों के बावजूद, जो आज उपलब्ध हैं, सशस्त्र बल अधिकांश युवाओं के लिए सबसे पसंदीदा करियर विकल्प हैं। एक सैनिक वर्दी के साथ जुड़े सम्मान का शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता है। वर्दी पहनने का रोमांच अद्वितीय है। मैंने देश भर में यात्रा की है और किसी भी ऐसे सक्षम व्यक्ति से नहीं मिला, जिसने जीवन में कम से कम एक बार सशस्त्र बलों में शामिल होने के बारे में नहीं सोचा हो। रक्षा बल मातृभूमि की सेवा का अनमोल अवसर प्रदान करते हैं। इस एक कारण ने ही हमेशा युवाओं को देश सेवा के लिए वर्दी पहनने के लिए प्रेरित किया है। सैनिकों को समाज द्वारा बहुत सम्मान दिया जाता है और सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान की परंपरा इन सेवाओं को विशिष्ट बनाती है।
सशस्त्र बल जीवन जीने का एक अनूठा तरीका है जो वीरता और रोमांच से भरा है। युद्ध में अपने जवानों का नेतृत्व करना , सुपरसोनिक लड़ाकू जेट उड़ाना और समुद्र की लहरों पर पर कमान करना, ये सब अवसर सिरद सशस्त्र बलों के अधिकारियों को मिलते हैं।
NDA और CDS और लगभग किसी भी रक्षा लिखित परीक्षा में पहली बार में सफलता के लिए एक सरल रणनीति नीचे दी गई है। सफलता के लिए आपको अपने आप को बदलना होगा और इन चरणों का पूरे समर्पण के साथ पालन करना होगा। कई विषय विशेषज्ञों, प्रेरक वक्ताओं, जीवन प्रशिक्षकों और स्वयं सहायता गुरुओं ने इस विषय पर हजारों पुस्तकें लिखी हैं। पर यहाँ एक सैनिक के विचार हैं, जो इस रास्ते पर चला है और जो अभी भी लगभग रोज नई चीजें सीख रहा है।

अपना लक्ष्य निर्धारित करना (फोकस आवश्यक है)

सशस्त्र बलों को करियर के रूप में चुनने से पहले, आपको अपनी पसंद के बारे में 100% सुनिश्चित होना चाहिए। सोशल मीडिया आपको पूरी और सही जानकारी नहीं देता। निर्णय लेने से पहले, आपको विभिन्न सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारियों और सैनिकों और यदि संभव हो तो उनके बच्चों से बात करनी चाहिए ताकि आपके निर्णय के सभी पहलुओं को समझा जा सके। इस काम में माता-पिता को बच्चों की मदद करनी होगी और विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में एक सही जानकारी देनी होगी। इस काम में देसर करने से नुकसान ही होगा। आप जितनी जल्दी निर्णय लेंगे, आपको कठिन प्रवेश प्रक्रिया के लिए खुद को तैयार करने के लिए उतना ही अधिक समय मिलेगा। सशस्त्र बल सैनिकों और अधिकारियों के रूप में शामिल होने के विकल्प प्रदान करते हैं। जिन छात्रों ने 12 वीं कक्षा तक अध्ययन किया है, उन्हें सेनाओं में अधिकारी के रूप में प्रवेश करने के लिए प्रयास करना ही चाहिए।
12 वीं कक्षा के बाद के विकल्प

12 वीं कक्षा के बाद के विकल्प

एनडीए/ नौसेना अकादमी परीक्षा : UPSC हर साल अप्रैल और सितंबर में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी में लगभग 400 सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है। लिखित परीक्षा बहुविकल्पी प्रश्नों (MCQ) पर आधारित होती है और इसमें दो पेपर, गणित (300 अंक) और सामान्य योग्यता परीक्षा (GAT: 600 अंक) शामिल हैं। एनडीए/ नौसेना अकादमी के माध्यम से नौसेना और वायु सेना में शामिल होने के लिए, उम्मीदवार को 10+2 स्तर तक भौतिकी और गणित का अध्ययन करना आवश्यक है। थल सेना के लिए किसी भी विषय में 10+2 होना जरूरी है। एनडीए ने 2022 से महिला उम्मीदवारों को प्रवेश का अवसर मिल गया है। लड़कियों के लिए रिक्तियों की संख्या केवल 19 है (सेना; 10, वायु सेना; 6 और नौसेना; 3)। इस लिखित परीक्षा के बाद सेवा चयन बोर्ड (SSB) साक्षात्कार और चिकित्सा परीक्षा होती है। तीनों चरणों के बाद फाइनल योग्यता सूची (मेरिट लिस्ट) तैयार की जाती है। एनडीए/ नौसेना अकादमी में प्रशिक्षण तीन साल का होता है, जिसे पांच महीने के 6 टर्म्स (सेमेस्टर) में विभाजित किया जाता है। एनडीए की दीक्षांत परेड (पास आउट) के बाद, कैडेट प्रशिक्षण के अंतिम वर्ष के लिए संबंधित पूर्व-कमीशन प्रशिक्षण अकादमियों, अर्थात् भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), वायु सेना अकादमी (AFA) और भारतीय नौसेना अकादमी (INA) में शामिल हो जाते हैं।

तकनीकी प्रवेश योजना (टीईएस); सेना और 10+2 बी.टेक प्रवेश योजना : नौसेना: संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) (JEE – Mains) में उत्तीर्ण होने वाले उन मेधावी छात्रों को जो 10 +2 में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में 70% से अधिक अंक प्राप्त करते हैं, सीधे एसएसबी साक्षात्कार (SSB Interview) विषय के लिए बुलाया जाता है। चयनित उम्मीदवारों को ऑफिसर ट्रैनिंग अकादमी (OTA) गया में एक वर्ष का प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इस के बाद प्रशिक्षु मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (एमसीटीई) महू, कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग (सीएमई) पुणे या मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग (एमसीईएमई) सिकंदराबाद में संबंधित कैडेट प्रशिक्षण विंग (CTW) में तीन वर्ष का तकनीकी और सैन्य प्रशिक्षण पाते हैं। । नौसेना के कैडेटों को आईएनए, एझिमाला में प्रशिक्षित किया जाता है।

एक्सपर्ट टिप : यदि आप एनडीए/ नौसेना अकादमी में जाने के बारे में गंभीर हैं, तो 12वीं कक्षा के बाद पीसीएम (PCM) का विकल्प चुनें। इस के साथ ही 10+2 परीक्षा को गंभीरता से लें क्योंकि यदि आप एनडीए परीक्षा पास नहीं करते हैं, तो भी आप 10+2 TES या नौसेना की बी.टेक प्रवेश योजनाओं के माध्यम से सेना या नौसेना में शामिल हो सकते हैं।

ग्रेजुएशन के बाद विकल्प

यूपीएससी : तीनों सेवाओं के लिए संयुक्त रक्षा सेवा (CDSE) परीक्षा यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाती है। सेना के उम्मीदवार आईएमए के माध्यम से स्थायी कमीशन (PC) प्राप्त अधिकारियों के रूप में या अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी के माध्यम से शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) अधिकारियों के रूप में शामिल हो सकते हैं। वायुसेना और नौसेना के उम्मीदवार डेढ़ साल के प्री-कमीशन प्रशिक्षण के लिए वायुसेना अकादमी (AFA) और नौसेना अकादमी (INA) में जाते हैं।

गैर यूपीएससी विकल्प : इंजीनियरिंग स्नातकों और एनसीसी “सी प्रमाणपत्र” धारकों के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। इसके अलावा, वायु सेना और नौसेना विभिन्न शाखाओं में अधिकारियों को शामिल करने के लिए अपनी परीक्षा, वायु सेना सामान्य प्रवेश परीक्षा (AFCAT) और भारतीय नौसेना प्रवेश परीक्षा (INET) आयोजित करती है। इनके अलावा, कानूनी और शिक्षा शाखाओं में बलों में शामिल होने के लिए विभिन्न अन्य धाराओं के विकल्प हैं। अभिभावकों और पाठकों से अनुरोध है कि नवीनतम परीक्षा और पात्रता संबंधी जानकारी के लिए यूपीएससी और तीनों सेवाओं की आधिकारिक वेबसाइटों को देखें।

एक्सपर्ट टिप : एनसीसी वाले कॉलेज का चयन करें। यह आपके व्यक्तित्व को निखार देता है और साथ ही एनसीसी प्रमाणपत्र परीक्षाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में महत्व दिया जाता है। रक्षा बलों में अधिकारी संवर्ग के लिए एनसीसी सी प्रमाणपत्र धारकों के लिए विशेष प्रवेश योजना है।

तैयारी कैसे करें

एक बार जब आपने सशस्त्र बलों में शामिल होने का फैसला कर लिया, तो आपको इंतजार नहीं करना चाहिए। यह फैसला जल्द से जल्द लिया जाना चाहिए। जब आप कक्षा 9वीं / 10 वीं में हों तो एनडीए के लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। जल्दी शुरू करने से पढ़ना आसान हो जाता है है और सफलता की संभावना बढ़ जाती है। सीडीएस और अन्य स्नातक प्रविष्टियों के लिए, तैयारी शुरू करने का सही समय कॉलेज का पहला वर्ष है।
पाठ्यक्रम पर केंद्रित रहें : सभी परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम ऊपर उल्लिखित आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध है। तैयारी के लिए एक गाइड बुक (जो कि पुरानी हो सकती है, लेकिन बहुत पुरानी नहीं), पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का एक सेट और मॉक टेस्ट के एक सेट की आवश्यकता होगी। सफल उम्मीदवारों से नोट्स का एक अच्छा सेट प्राप्त करें। ये कम कीमत में हस्तलिखित पीडीएफ (PDF) के रूप में उपलब्ध हैं। एक छोटा ग्रुप बना कर सामग्री लेने से खर्च को और भी कम किया जा सकता है। YouTube और Google तैयारी के अच्छे संसाधन हैं। आपको अध्ययन विषयों के लिंक को कॉपी कर के योजना के अनुसार पढ़ना चाहिए।

एक्सपर्ट टिप : शॉर्ट कट्स और टिप्स एंड ट्रिक्स की तलाश बंद करें। ये तैयारी के अंतिम चरण में ही उपयोगी होंगे। एक बार आपको पुस्तकों से पढ़ना ही होगा।

पाठ्यक्रम को विभाजित करें : पाठ्यक्रम को आसान, मध्यम कठिन और कठिन के तीन प्रमुख विभाग में बाँट कर आप आसान और मध्यम कठिन को अपने आप पढ़ सकते हैं। केवल तीसरी श्रेणी के मामले में विशेषज्ञ सहायता की आवश्यकता हो सकती है, उदाहरण के लिए, आपको जीडीपी, जीएनपी, नई शिक्षा नीति, व्यापार घाटा, कैलकुलस, सापेक्षता के सिद्धांत आदि जैसी अवधारणाओं को समझने के लिए कोचिंग कि आवश्यकता हो सकती है।

एक्सपर्ट टिप : कठिन श्रेणी में आने वाले सभी विषयों को YouTube पर कई विशेषज्ञों द्वारा समझाया गया है। बाहरी मदद से पहले आपको अपना खुद शोध करना चाहिए।

लक्ष्य निर्धारित करें: : एक बार जब आप पाठ्यक्रम को विभाजित कर लेते हैं, तो यह एक यथार्थवादी समय योजना बनाएं। साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित करें और उन पर टिके रहें। बाद में, आप अपने दैनिक लक्ष्य भी निर्धारित कर सकते हैं। अपने दोस्तों और माता-पिता से अपनी प्रगति पर नज़र रखने में मदद करने के लिए कहें।

पेपर पैटर्न का अध्ययन करें : प्रत्येक परीक्षा में विभिन्न विषयों को एक निश्चित महत्व (weightage) दिया जाता है। स्वयं का पेपर पैटर्न चार्ट तैयार करने के लिए आपको पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों (कम से कम 5 वर्ष) का अध्ययन करना चाहिए। ये यूट्यूब पर भी उपलब्ध हैं। समय को तदनुसार विभाजित करें।

योग्यता (Aptitude) आधारित परीक्षा : सभी रक्षा प्रवेश परीक्षाएँ योग्यता पर आधारित हैं। ऐसी परीक्षाओं में समय कम होता है और प्रश्नों की संख्या कहीं अधिक। गलत उत्तर के नकारात्मक (negative) अंक लाएगा। परीक्षा में सफलता प्राप्त करने का एकमात्र तरीका है कि अधिक से अधिक मॉक टेस्ट दिए जाएँ। MCQ आधारित पेपर्स को हल करने के वैज्ञानिक तरीके भी हैं। इंटरनेट पर इस विषय में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध है।

एकाधिक परीक्षाओं की तैयारी करें : यदि आप मेडिकल या इंजीनियरिंग के इच्छुक हैं, तो एनडीए फॉर्म भरने में भी कोई बुराई नहीं है। अधिकांश विषय लगभग एक जैसे हैं। मैं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की भी तैयारी कर रहा था। इस प्रकार, मैंने एनडीए गणित के पेपर में अच्छे अंक प्राप्त किए। इसी तरह, स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद आप सीडीएस, AFCAT, INET, TA, सीएपीएफ (AC) और सीएपीएफ (SI) आदि जैसी कई परीक्षाएं दे सकते हैं। इन सभी के लिए परीक्षा सामान्य गणित, अंग्रेजी, सामान्य अध्ययन और तर्क (reasoning) पर आधारित होती है।

अपने नोट्स बनाएं : इस से पढ़ने में आसानी होती है और आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। पहले पुनरीक्षण (revision) के बाद विस्तृत नोट्स के सेट को संक्षिप्त नोट्स में लिख लें। आसानी के लिए महत्वपूर्ण विषयों के फ्लैश कार्ड बनाने से बाद में सुविधा होगी।

एक्सपर्ट टिप : A4 शीट पर नोट्स बनाते समय पेपर को लंबाई में मोड कर दो कॉलम में लिखें। इस से पढ़ते समय आपको अपनी नजर नहीं घुमानी पड़ेगी। आप कम समय में ज्यादा पढ़ पाएंगे।

चार पुनरीक्षण (revision) मॉडल : मुख्य पुस्तक से एक, अपने नोट्स से दूसरा और दो त्वरित रिवीजन (quick revision) आपको सफल होने में मदद करेंगे। महत्वपूर्ण विषयों के रिवीजन करने और मॉक पेपर का प्रयास करने के लिए अंतिम रिवीजन 45/30 दिनों का क्रैश कोर्स होना चाहिए। आखिरी तीन महीनों में 10 मॉक पेपर हल करने से आपकी सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी।

एक्सपर्ट टिप : रजिस्टर या नोटबुक की जगह कागज की अलग अलग शीट पर नोट्स बनाएं। जब आप रिवीजन करेंगे तो ये काम आएंगे।

एक कोचिंग संस्थान क्या करता है?

यदि आप में आत्मविश्वास की कमी है या आप पाठ्यक्रम के बारे में स्पष्ट नहीं हैं तो आप किसी कोचिंग संस्थान से जुड़ सकते हैं। आपको यह समझना चाहिए कि कोचिंग संस्थान व्यावसायिक संस्थाएं हैं और सफलता की गारंटी नहीं देते हैं। आप निम्न कारणों से कोचिंग ले सकते हैं:-

1. रिवीजन और क्रैश कोर्स के अंतिम सेट के लिए।

2. मूल्यांकन और प्रतिक्रिया के लिए मॉक टेस्ट।

3. अपनी शंकाओं को दूर करने के लिए।

4. समान विचारधारा वाले लोगों के अध्ययन समूह का हिस्सा बनना।

कोचिंग संस्थानों में विशेषज्ञ शिक्षक होते हैं जो पाठ्यक्रम और पेपर पैटर्न से अच्छी तरह परिचित होते हैं। उनके पास तैयार अध्ययन सामग्री जैसे नोट्स, वर्कशीट और मॉक टेस्ट होते हैं। उनके द्वारा विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया टाइम टेबल है और एक साथ कई परीक्षाओं की तैयारी में आपकी मदद कर सकता है।
समूह अध्ययन तनाव को कम करता है और आपको अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने का मौका देता है। आपकी बुनियादी अवधारणाओं और शंकाओं को दूर करने के लिए शिक्षक आसानी से उपलब्ध हैं।
लेकिन याद रखें, ये सुविधा निशुल्क नहीं है।

कोचिंग संस्थान का चुनाव कैसे करें
1. शुल्क (fees) का भुगतान करने से पहले, संस्थान के कर्मचारियों और छात्रों के साथ बातचीत करें और उनके सफलता रिकॉर्ड को देखें। यह उनकी वेबसाइट, सोशल मीडिया हैंडल और यूट्यूब चैनल पर प्रशंसापत्र और सामग्री की गुणवत्ता से भी देखा जा सकता है। संस्थान की बिल्डिंग इत्यादि भी देखें। आपको उस जगह पर लगभग 6 महीने से लेकर एक साल तक रोजाना 6 से 8 घंटे बिताने होंगे।
2. निशुल्क डेमो कक्षाओं के बाद ही फीस भरें।
3. पहले से उनकी धनवापसी नीति (refund पॉलिसी) के लिए पूछें।
4. आपको छात्रावास/पीजी में रहने की आवश्यकता हो सकती है। इसके चुनाव में भी सावधानी बरतें।
5. अधिकांश संस्थानों में मुफ्त वाई-फाई और पुस्तकालय की सुविधा होती है। ये आपके समय का सदुपयोग करने में आपकी मदद करेंगे।
6. देखें कि क्या उनके पास शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक / योग हॉल आदि जैसी सुविधाएं हैं। ये आम तौर पर पैकेज का हिस्सा होते हैं। शारीरिक व्यायाम आपको स्वस्थ और केंद्रित रखेगा।
7. देखें कि संस्थान दैनिक समाचार पत्रों और मासिक सामान्य ज्ञान एवं करंट अफेयर्स पत्रिकाओं आदि की सदस्यता लेता है।
8. अधिकांश संस्थान आपको भागों (instalment) में शुल्क का भुगतान करने की सुविधा देते हैं। यदि उपलब्ध हो तो इसके लिए जाएं। शुरुआत में बड़ी रकम जमा करने का कोई मतलब नहीं है।
9. कोचिंग संस्थान एक स्कूल जैसे समय सारणी का पालन करते हैं। इससे पहले कि आप शामिल हों, कृपया एक विस्तृत ब्रीफिंग प्राप्त करें कि वे पाठ्यक्रम को कैसे कवर करते हैं।

एसएसबी (SSB) की तैयारी और व्यक्तित्व विकास

ये बहुत महत्वपूर्ण पहलू हैं। अधिकांश संस्थान आपको केवल लिखित परीक्षा की तैयार कराते हैं। हालांकि, सभी अधिकारी प्रविष्टियों के लिए SSB एक अनिवार्य चरण है। यहां तक कि सीएपीएफ चयन प्रक्रिया में भी एसएसबी जैसा साक्षात्कार होता है। इसके लिए आपको सशस्त्र बलों के SSB प्रशिक्षित सेवानिवृत्त अधिकारियों के मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी। ऐसे संस्थान का चयन करना बेहतर है जो आपको लिखित परीक्षा की कोचिंग के साथ-साथ एसएसबी तैयारी भी कराता हो। मैंने इस विषय पर एक अलग ब्लॉग लिखा है। आप उसे भी पढ़ सकते हैं

अन्य तैयारी

जब आप लिखित परीक्षा और एसएसबी की तैयारी कर रहे हों, तो आपको इन बातों पर भी ध्यान देना चाहिए:-

शारीरिक स्वास्थ्य : सशस्त्र बलों का प्रशिक्षण कठिन होता है। परीक्षा की तैयारी के दौरान स्वयं को शारीरिक रूप से फिट रखें। रोजाना दौड़ने के लिए जाएं, कम से कम 50 push-ups और sit-ups करें। 15-20 मिनट योग/ध्यान करें।

एक्सपर्ट टिप : अपनी दिनचर्या में 1 घंटा शरीर के लिए और 1 घंटा दिमाग के अलग से रखें। किसी भी रूप में शारीरिक और मानसिक व्यायाम लाभदायक सिद्ध होगा।

तैरना सीखें : यह एक ऐसा कौशल है जिसके लिए मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। इसे सेकहने में काफी समय लगता है। यदि आप स्कूल या कॉलेज के दिनों में तैराकी सीख सकते हैं, तो अकादमी टेस्ट पास करने में आसानी होगी ।

समाचार पत्र पढ़ें: कम से कम एक अंग्रेजी और एक क्षेत्रीय भाषा का अखबार पढ़ें। यह सामान्य ज्ञान और समसामयिक मामलों की तैयारी के लिए बढ़िया है। मनोरमा वर्षपुस्तिका (yearbook) की एक प्रति अवश्य खरीदें।

अंग्रेजी बोलना सीखें : एसएसबी में अंग्रेज़ी बोलना लगभग अनिवार्य होता है। इसे निरंतर प्रयास के से सीखा जा सकता है। इसमें देर न करें। इंटरनेट पर पर्याप्त सामग्री निशुल्क उपलब्ध है।

एक्सपर्ट टिप : आपको छोटे वाक्यों से शुरुआत करनी चाहिए। एक ग्रुप में पढ़ें और आपस में अंग्रेज़ी और सामान्य ज्ञान की मिल कर तैयारी करें।

फ्लैश कार्ड : एसएसबी में ग्रुप डिस्कशन और लेक्चर के लिए फ्लैश कार्ड काम आएंगे। प्रत्येक कार्ड में विषय से संबंधित कम से कम 10 महत्वपूर्ण बातें होनी चाहिएँ।

इंटरनेट : इंटरनेट का विवेकपूर्ण उपयोग करें। प्रासंगिक अध्ययन सामग्री / वीडियो डाउनलोड करें और ऑफ़लाइन मोड में उनका अध्ययन करें। अपना स्क्रीन टाइम कम करें और जब तक आप परीक्षा पास नहीं कर लेते, इंटरनेट का उपयोग केवल अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए करें न कि मनोरंजन के लिए।

मनोवैज्ञानिक तैयारी : उम्मीदवारों में स्पष्ट फोकस और आत्मविश्वास की कमी सामान्य सी बात है। आपको खुद को बार बार यकीन दिलाना होगा कि आप यह कर सकते हैं। आत्मविश्वास की कमी आपके चयन को प्रभावित कर सकती है। एसएसबी में आत्मविश्वास और व्यक्तित्व का मूल्यांकन किया जाता है। आपको निम्नलिखित पुस्तकें या कम से कम उनका सारांश अवश्य पढ़ना चाहिए:-
1. Goals – ब्रायन ट्रेसी
2. Psycho-Cybernetics – मैक्सवेल माल्ट्ज़
3. The Secret – रोंडा बायर्न
इनके अलावा, अपनी दैनिक शब्दावली से नकारात्मक शब्दों को हटा दें। अभ्यास से ही सकारात्मक सोच आती है। पहले कदम से ही आत्मविश्वास बढ़ना शुरू हो जाएगा।

चलते चलते

याद रखें, शुरुआती वर्षों में की गई कड़ी मेहनत जीवनभर लाभ देगी। निरंतर प्रयास से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। बहुत से छात्र बिना किसी निश्चित लक्ष्य को ध्यान में रखे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते रहते हैं। इस ब्लॉग में आप अपनी आवश्यकता के अनुसार भागों को जोड़ या हटा सकते हैं। अधिकांश उम्मीदवार अपनी तैयारी बहुत देर से शुरू करते हैं और जल्दी हिम्मत हार जाते हैं। समय पर योजनापूर्वक तरीके से तैयारी करने से सफलता की संभावना कई गुण बढ़ जाती है। स्वयं पर भरोसा रखें।

अपने बारे में : मैं जुलाई 1989 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में शामिल हुआ और मैंने जून 1993 में मराठा लाइट इन्फैंट्री में कमीशन प्राप्त किया गया। 25 वर्ष के सेवाकाल में बहुत कुछ सीखने का मौका मिल। संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत अफ्रीका में सक्रिय सेवा की। सेना के तीन प्रतिष्ठित प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षक के रूप में तैनात होने का सौभाग्य मिला, जिसमें द इन्फैंट्री स्कूल, महू, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून और आर्मी वॉर कॉलेज, महू शामिल हैं। मैंने लगभग 40 महीनों तक अपनी यूनिट की कमान संभाली। पहले मणिपुर में और फिर पश्चिमी क्षेत्र के लिए जिम्मेदार एक स्ट्राइक कोर के हिस्से के रूप में। व्यक्तिगत कारणों से मैंने 2018 में सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और तब से मैंने अपना समय और ऊर्जा देश के युवाओं को उनके करियर के लक्ष्यों के लिए प्रेरित और मार्गदर्शन करने में समर्पित किया है। इसी के लिए 2019 में हमने द विनिंग एज (The Winning Edge) की स्थापना की।